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राम भजन
कृपा की जो आदत है प्रभु जी तुम्हारी,
कृपा की जो आदत है प्रभु जी तुम्हारी,
कृपा की जो आदत है प्रभु जी तुम्हारी,
तभी पार लगती है नैया हमारी,
कृपा की जो आदत है प्रभु जी तुम्हारी।
कृपा की जो आदत।
शबरी के झूठे बेर जो खाए,
शबरी के झूठे बेर जो खाए,
जन्म-जन्म के पाप मिटाए,
जनम-जनम के पाप मिटाए,
यही तो है करुणा प्रभु जी तुम्हारी,
कृपा की जो आदत है प्रभु जी तुम्हारी,
कृपा की जो आदत।
मीराबाई की गई विष का प्याला,
मीराबाई की गई विष का प्याला,
रखवाले थे दीन दयाला,
रखवाले थे दीन दयाला,
विष हुआ अमृत कृपा से तुम्हारी,
कृपा की जो आदत है प्रभु जी तुम्हारी,
कृपा की जो आदत।
प्रभु जी तुम्हारे हैं चरणों के चाकर,
प्रभु जी तुम्हारे हैं चरणों के चाकर,
दीनों को देओ प्रभु दर्शन आकर,
दीनों को देओ प्रभु दर्शन आकर,
जन्मो जनम तक रहेंगे आभारी,
कृपा की जो आदत है प्रभु जी तुम्हारी,
कृपा की जो आदत है प्रभु जी तुम्हारी।
कृपा की जो आदत है प्रभु जी तुम्हारी,
कृपा की जो आदत है प्रभु जी तुम्हारी,
कृपा की जो आदत है प्रभु जी तुम्हारी,
तभी पार लगती है नैया हमारी,
कृपा की जो आदत है प्रभु जी तुम्हारी,
कृपा की जो आदत।
