लगन तुमसे लगा बैठे, जो होगा देखा जाएगा,
तुम्हे अपने बना बैठे, जो होगा देखा जाएगा ॥
कभी दुनिया से डरते थे, छुप छुप याद करते थे,
लो अब परदा उठा बैठे, जो होगा देखा जाएगा।
लगन तुमसे लगा बैठें, जो होगा देखा जाएगा,
तुम्हे अपने बना बैठे, जो होगा देखा जाएगा ॥
कभी यह ख्याल था दुनिया, हमें बदनाम कर देगी,
शर्म अब बेच खा बैठे, जो होगा देखा जाएगा।
लगन तुमसे लगा बैठें, जो होगा देखा जाएगा,
तुम्हे अपने बना बैठे, जो होगा देखा जाएगा ॥
दीवाने बन गए तेरे तो फिर, दुनिया से क्या लेना,
तेरे चरणों में आ बैठे, जो होगा देखा जाएगा।
लगन तुमसे लगा बैठें, जो होगा देखा जाएगा,
तुम्हे अपने बना बैठे, जो होगा देखा जाएगा ॥
लगन तुमसे लगा बैठे, जो होगा देखा जाएगा,
तुम्हे अपने बना बैठे, जो होगा देखा जाएगा ॥