कृष्ण भजन
भजन श्याम सुंदर का जो करते रहोगे,
तो संसार सागर तरते रहोगे,
भजन श्याम सुंदर का जो करते रहोगे,
तो संसार सागर तरते रहोगे,
भजन श्याम सुंदर का.....
किरपा नाथ बेशक मिलेगे किसी दिन,
जो सतसंग पथ से गुजरते रहोगे,
तो संसार सागर तरते रहोगे
भजन श्याम सुंदर का जो करते रहोगे,
तो संसार सागर तरते रहोगे,
भजन श्याम सुंदर का.....
चढ़ोगे ह्रदय पर सभी के सदा तुम,
जो अभिमान गिर ते उतरते रहोगे
तो संसार सागर तरते रहोगे,
भजन श्याम सुंदर का जो करते रहोगे,
तो संसार सागर तरते रहोगे,
भजन श्याम सुंदर का.....
ना होगा क्लेश कभी मन में तुम्हारे,
जो अपनी बड़ाई से डरते रहोगे,
तो संसार सागर तरते रहोगे,
भजन श्याम सुंदर का जो करते रहोगे,
तो संसार सागर तरते रहोगे,
भजन श्याम सुंदर का.....
छलक ही पड़ेगा दया सिंधु का दिल,
जो दृग बिंदु से रोज भरते रहोगे,
तो संसार सागर तरते रहोगे,
भजन श्याम सुंदर का जो करते रहोगे,
तो संसार सागर तरते रहोगे,
भजन श्याम सुंदर का.....
.jpg)