कृष्ण भजन
भंवर में नाव है मोहन,
कहां हो तुम चले आओ।
प्रभु इस भक्त की अर्जी पे,
थोड़ा ध्यान दे जाओ॥
प्रभु इस भक्त की अर्जी पे,
थोड़ा ध्यान दे जाओ।
भंवर में नाव है मोहन,
कहां हो तुम चले आओ।
देख मैं तेरा पुजारी,
तुझ पे जाऊं बलिहारी।
उमर जो बीती अबतक,
ये भी है दया तुम्हारी॥
दयालु अपनी दया का
ज़रा सा मान दे जाओ।
भंवर में नाव है मोहन,
कहां हो तुम चले आओ।
डूबती नैया का तो,
सदा ही श्याम सहारा।
बचाते लाज हो उसका,
जिसने तेरा नाम पुकारा॥
भक्त तेरा ना हारे,
प्रभु इसको जीता जाओ।
भंवर में नाव है मोहन,
कहां हो तुम चले आओ।
जग की बिगड़ी को बनाते,
पूरा करते हर सपना।
माफ कर दो नादानी,
बना लो मुझको अपना॥
कहे संयोग हे कान्हा,
भक्ति का दान दे जाओ।
भंवर में नाव है मोहन,
कहां हो तुम चले आओ।