To Listen This Bhajan 👇
राम भजन
जानकी नाथ सहाय करें जब,
कौन बिगाड़ करे नर तेरो,
जानकी नाथ सहाय।
सुरज मंगल, सोम भृगु सुत,
बुध और गुरु वरदायक तेरो,
राहु केतु की नाहिं गम्यता,
संग शनीचर होत हुचेरो
जानकी नाथ सहाय करें जब,
कौन बिगाड़ करे नर तेरो,
जानकी नाथ सहाय।
दुष्ट दु:शासन विमल द्रौपदी,
चीर उतार कुमंतर प्रेरो,
जाकी सहाय करी करुणानिधि,
बढ़ गये चीर के भार घनेरो,
जानकी नाथ सहाय करें जब,
कौन बिगाड़ करे नर तेरो,
जानकी नाथ सहाय।
जाकी सहाय करी करुणानिधि,
ताके जगत में भाग बढ़े रो,
रघुवंशी संतन सुखदायी,
तुलसीदास चरण को चेरो
जानकी नाथ सहाय करें जब,
कौन बिगाड़ करे नर तेरो,
जानकी नाथ सहाय।