शिव भजन
देखो भोले बने है दूल्हा,
निकले जब सज-धज के भाई वाह,
भेष है उनका ऐसा अजब अनोखा,
देख के लख्खा लेत बलैया,
मंद-मंद मुस्कान है मुख पे,
तन पे भस्म रमाए है,
और भांग जो पी के चले बाराती,
गिरत पड़त ये गाए है,
क्या गाए है,
चले गौरा बिहाने हाँ.... ए हो...
चले गौरा बिहाने भंडारी,
देव बलिहारी है, जय हो
करके नंदी सवारी देखो लागे,
भोले की छवि न्यारी है,
चले गौरा बिहाने भंडारी,
देव बलिहारी है,
मेरे भोले की बारात में सब मिले,
ब्रम्हा विष्णु सहित सुर असुर भी चले,
नाचे ठुमक-ठुमक,
नाचे ठुमक-ठुमक गिरधारी,
चढ़ी क्या खुमारी है,
चले गौरा बिहाने भण्डारी,
देव बलिहारी है।
जरा धीरे चलो मोरे बाराती भैया,
थोड़ा सा नाचे सभी ताताथैया,
धरती गगन सारी सृष्टि है झूमे,
होके मगन नाग किन्नर भी घूमे,
जरा भोले के,
जरा बाबा के चेहरे को देखो,
लालिमा छाई है,
चले गौरा बिहाने भण्डारी,
देव बलिहारी है।
द्वारे पे पहुंचे जो बारात लेके,
सारे जनाती आँखे फाड़ के देखें,
कइसन है दूल्हा मिला तुमको गौरा,
तन पे ना कपड़ा कोई ढंग का पहना,
वहाँ कैसे, वहाँ कैसे रहोगी महारानी,
चिंता ये हमारी है,
चले गौरा बिहाने भण्डारी,
देव बलिहारी है।
सखियाँ कहे कैसे रस्मे निभाऊं,
सारी सखियाँ कहे कैसे रस्मे निभाऊं,
जूता ना पैरन में अब का चुराऊँ,
सारी उम्मीदन पे पानी है फेरा,
अब कैसे लुंगी मैं हक था जो मेरा,
खुश रहो, खुश रहो सदा मेरी प्यारी,
दुआ ये हमारी है,
चले गौरा बिहाने भण्डारी,
देव बलिहारी है।
बाबुल की लेके चली है दुआएं,
माता मैना रो-रो लेती बलाएं,
करके बिदाई चले भोले शंकर,
खुशियां ही खुशियां है मन में वो भरकर,
तीनों लोको ने, तीनों लोको ने गाई बधाई,
खिली फुलवारी है,
चले गौरा बिहाने भण्डारी,
देव बलिहारी है।
चले गौरा बिहाने भण्डारी,
देव बलिहारी है।
हर हर महादेव