हार गया जो जग में सबसे,
आए बैठे शरण तिहारे,
रामबाण में तू बतलाए,
आके पकड़े चरण तुम्हारे,
लाख विपत्ति का पर्वत हो....,
लाख विपत्ति का पर्वत,
उनके लिए कण के ही समान,
हनुमान करेंगे कल्याण।
जप ले तू राम का नाम,
जप ले तू राम का नाम,
हनुमान करेंगे कल्याण॥
यूं ही नहीं तुम्हें मारुति नंदन,
सब दुख भंजन कहते हैं,
यूं ही नहीं तुम्हें दीन दयालु,
संकट मोचन कहते हैं,
रावण को काल दिखाया,
अपना रूप विशाल दिखाया,
लखन जी आए विजय दिलाए,
लखन जी आए विजय दिलाए,
राम सिया को अयोध्या लाए,
राम सिया को अयोध्या लाए,
राम सिया को अयोध्या लाए,
हम क्या कहेंगे भगवन तुमको,
हम क्या कहेंगे भगवन तुमको,
कहते स्वयं श्री राम,
हनुमान करेंगे कल्याण।
जप ले तू राम का नाम,
जप ले तू राम का नाम,
हनुमान करेंगे कल्याण ॥
" ओम नमो हनुमते रुद्रावताराय
विश्व रूपाय अमित विक्रमाय प्रकट
प्राक्रमाय महाबलाय सूर्य कोटि
समप्रभाय रामदूताय नमो नमः "