कृष्ण भजन
हर सांस मे हो सुमिरन तेरा,
यूं बीत जाये जीवन मेरा,
तेरी पूजा करते बीते सांझ-सवेरा,
यूं बीत जाये जीवन मेरा ॥
नैनो की खिड़की से तुझको,
पल पल मैं निहारु,
मन मे बिठा लू तेरी आरती उतारु,
डाले रहू तेरे चरणों मे डेरा,
यूं बीत जाये जीवन मेरा,
तेरी पूजा करते बीते सांझ-सवेरा,
यूं बीत जाये जीवन मेरा ॥
हर सांस मे हो सुमिरन तेरा,
यूं बीत जाये जीवन मेरा ॥
जो भी तेरा प्यारा हो वो,
मेरे दिल का प्यारा हो,
मेरे सर का ताज मेरी आँखों का तारा हो,
सब मे निहारु रूप सुनहरा,
यूं बीत जाये जीवन मेरा,
तेरी पूजा करते बीते सांझ-सवेरा,
यूं बीत जाये जीवन मेरा ॥
हर सांस मे हो सुमिरन तेरा,
यूं बीत जाये जीवन मेरा ॥
प्यार हो सत्कार हो एतबार हो तुम्हारा,
सुख भी हो सारे पर याद हो इशारा,
हो आत्मा पे तेरा ही डेरा,
यूं बीत जाये जीवन मेरा,
तेरी पूजा करते बीते सांझ-सवेरा,
यूं बीत जाये जीवन मेरा ॥
हर सांस मे हो सुमिरन तेरा,
यूं बीत जाये जीवन मेरा ॥